मिटातीं है किसी को… बनातीं है किसी को…
मोहोब्बतें भी आजकल की… सियासी हो गयीं हैं ||
अजीब किस्सा है जिन्दगी का,
अजनबी हाल पूछ रहे हैं और अपनो को खबर तक नहीं..
ये जो हालात हैं एक रोज सुधर जायेंगे..
पर कई लोग मेरे दिल से उतर जायेंगे..
मुजे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान है बहुत लोग..
पर किसी ने मेरे पैरो के छाले नहीं देखे..
सुना था.. मोहब्बत मिलती है, मोहब्बत के बदले |
हमारी बारी आई तो, रिवाज हि बदल गया ||
मोहोब्बतें भी आजकल की… सियासी हो गयीं हैं ||
अजीब किस्सा है जिन्दगी का,
अजनबी हाल पूछ रहे हैं और अपनो को खबर तक नहीं..
ये जो हालात हैं एक रोज सुधर जायेंगे..
पर कई लोग मेरे दिल से उतर जायेंगे..
मुजे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान है बहुत लोग..
पर किसी ने मेरे पैरो के छाले नहीं देखे..
सुना था.. मोहब्बत मिलती है, मोहब्बत के बदले |
हमारी बारी आई तो, रिवाज हि बदल गया ||
अगर लोग यूँ ही कमिया निकालते रहे तो,
एक दिन सिर्फ खुबिया ही रह जायेगी मुझमे !
एक दिन सिर्फ खुबिया ही रह जायेगी मुझमे !
एक सिगरेट सी मिली तू मुझे..
ए आशिकी कश एक पल का लगाया था लत उम्र भर की लग गयी|
ए आशिकी कश एक पल का लगाया था लत उम्र भर की लग गयी|
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए..!
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए..!
वो तो अपनी एक आदत को भी ना बदल सका..
जाने क्यूँ मैंने उसके लिए अपनी जिंदगी बदल डाली
जाने क्यूँ मैंने उसके लिए अपनी जिंदगी बदल डाली
कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग,
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते|
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते|
अजीब सबूत माँगा उसने मेरी मोहब्बत का,
कि मुझे भूल जाओ तो मानूँ मोहब्बत है!
कि मुझे भूल जाओ तो मानूँ मोहब्बत है!
“कोइ मिल जाए तुम जैसा ये ना-मुमकिन है,
पर तुम ढुँढ लो हम जैसा इतना आसान ये भी नहीं…!!!”
पर तुम ढुँढ लो हम जैसा इतना आसान ये भी नहीं…!!!”
जरा ठहर ऐ जिंदगी तुझे भी सुलझा दुंगा ,
पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है..
पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है..
मौत से कैसा डर, मिनटों का खेल है,
आफत तो जिंदगी है, बरसों चला करती है..
आफत तो जिंदगी है, बरसों चला करती है..
मेरे इंतज़ार की हद और क्या होगी ज़ालिम,
कि मेरी आँखें बन्द न हुई मेरे मरने के बाद भी ..
कि मेरी आँखें बन्द न हुई मेरे मरने के बाद भी ..
मोहब्बत भी ठंड जैसी है,
लग जाये तो बीमार कर देती है..
लग जाये तो बीमार कर देती है..
हम बने ही थे तबाह होने के लिए..
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था.!!
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था.!!
दुनिया खरीद लेगी हर मोड़ पर तुझे…
तूने जमीर बेचकर अच्छा नहीं किया..
तूने जमीर बेचकर अच्छा नहीं किया..
फूल यूँ ही नहीं खिलते,
बीज को दफ़न होना पड़ता है..!!
बीज को दफ़न होना पड़ता है..!!